भारत के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति गौतम आदानी द्वारा नेतृत्व किए जा रहे नवीन ऊर्जा प्रकल्प के बारे में सारी जानकारी मिली है। यह प्रकल्प उनकी कोयले से जुड़ी संपत्ति को भविष्य में सुरक्षित करने के उद्देश्य से शुरू किया गया है।
प्रमुख बिंदु:
- पर्यावरण में योजना:
- आदानी ग्रुप के अध्यक्ष गौतम आदानी द्वारा नेतृत्व किए जा रहे खावड़ा नवीन ऊर्जा पार्क का निर्माण गरम रण कच्छ के देश की सीमा के करीब हो रहा है। इस पार्क को विश्व का सबसे बड़ा नवीन ऊर्जा पार्क बनाने का दावा किया जा रहा है।
- परियोजना का विवरण:
- खावड़ा नवीन ऊर्जा पार्क का मूल्य 2.3 बिलियन डॉलर है और इसमें 726 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को आवरित करेगा।
- इस पार्क की क्षमता 30 जीगावॉट है, जो 18 मिलियन लोगों के घरों को बिजली प्रदान करने के लिए पर्याप्त है।
- प्रोजेक्ट की समाप्ति:
- यह पार्क 2027 में पूर्ण होने का योजना है और इससे चीन के तीन गॉर्ज डैम से भी ज्यादा ऊर्जा उत्पन्न होगी।
- आदानी ग्रीन एनर्जी के कार्यकारी निदेशक सागर आदानी ने बताया कि यह परियोजना “महत्त्वपूर्ण” है और उसकी टीमें “तेजी से” काम कर रही हैं।
- ऊर्जा संकल्प:
- गौतम आदानी ने अपने कंपनियों पर हाल के समय में उत्पन्न “स्टॉक मैनिप्युलेशन और लेखांकन धोखाधड़ी षड्यंत्र” के आरोपों का सामना किया था, लेकिन उनकी कंपनियों ने उनकी मूल्य में होने वाली कमी को तेजी से दूर कर लिया है।
- भारत के प्रयासों में योगदान:
- भारत, जो तीसरा सबसे बड़ा कार्बन उत्सर्जनकर्ता है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने वैश्विक सम्मेलनों में कोयले के “समाप्त” होने के प्रति प्रयास कर रही है।
- भविष्य की योजना:
- आदानी ने इस ऊर्जा परिवर्तन में लगभग 100 बिलियन डॉलर निवेश करने का कड़ा संकल्प किया है और भारत को साल 2030 तक अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं के आधे हिस्से को स्वच्छ ऊर्जा से पूरा करने के लिए महत्वपूर्ण परियोजनाओं की मांग की है।
- समर्थन और आलोचना:
- एशोक मलिक, एशिया ग्रुप सलाहकार, ने कहा कि आदानी ग्रुप “बहुत सॉलिड संपत्तियों पर बैठा हुआ है” और यह भारत की आकांक्षाओं, आशाओं और रणनीतियों का परिचायक करता है।